Ya Kurban
ओ या क़ुरबान
वो आँखे थी दिलबर की
या नरगिसे मस्ताना
देखे हुए उस बुत को
अब हो गया ज़माना
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना
ओ ओ या क़ुरबान
देखेगे कब वो सूरत
जिस पे बहार सदके
ये दिल तो क्या है यारो
काबुल क़धार सदके
किस तरह भूले निगाहे यार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
औ शेर औ रज़िया
ओ ओ या क़ुरबान
कैसी है ये क़यामत
ओ तू ही बता खुदाया
जितना भुलाया उस को
उतना वो याद आया
क्या क़रार आए तेरे बीमार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को
दिल तड़पता है तेरे दीदार को
ओ सबा कहना मेरे दिलदार को