Ye Hai Mulayam

Buddha Mukherjee

जो अंगारे भड़के भड़के
आग लहू में दौड़े दौड़े
ये है मुलायम
जागो रे जागो रे
ये है मुलायम
जागो रे जागो रे
आसान नही है यह खेल ओ राही
जीवन युध्ध का तू है सिपाही
रोके ना रुके तू कभी झुके ना हारे ना हमराही
जो अंगारे भड़के भड़के
आग लहू में दोड़ो दोड़ो

तेरी पहचान ही तेरी शान है
रक्षक है तू
सबकी हिफ़ाज़त करने वाला ताक़त है तू
तेरी तरफ जो राह मुड़े
वो मंज़िल तक पहुँचाए तुझे
ना उम्मीद को दे उम्मीद तू हर क़िस्मत
तेरे दम से खुले
लक्ष जो तेरा है खाब बनके
वो आँखों में सबके जगे

जय हो जय हो जय हो जय हो
जय हो जय हो जय हो जय हो
ये है मुलायम
जागो रे
ये है मुलायम
जागो रे

जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है
जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है
जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है
जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है

Trivia about the song Ye Hai Mulayam by Navraj Hans

Who composed the song “Ye Hai Mulayam” by Navraj Hans?
The song “Ye Hai Mulayam” by Navraj Hans was composed by Buddha Mukherjee.

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