Maahi Ve [Unplugged]
आ आ आ आ देरेना
तुझे चाहा रब से भी ज़्यादा
तुझे चाहा रब से भी ज़्यादा
फिर भी ना तुझे पा सके
रहे तेरे दिल में मगर
तेरी धड़कन तक ना जा सके
जुड़के भी टूटी रही इश्क़ की डोर वे
किसको सुनायें जाके
टूटे दिल का शोर वे
माही वे मोहब्बतां सचियाँ ने
मंगदा नसीबां कुछ होर ऐ
हो माही वे मोहब्बतां सचियाँ ने
मंगदा नसीबां कुछ होर ऐ
क़िस्मत दे मारे असि की करिये
क़िस्मत दे मारे असि की करिये
क़िस्मत दे मारे हो असि की करिये
क़िस्मत ते किसदा ज़ोर है
माही वे माही वे
माही वे माही वे
वक़्त का करम है के तू
बैठा है मेरे रूबरू
है इश्क़ कितना तुझसे है
लब्जो में कैसे मैं कहूँ
इक नज़र तू देख ले
बस मेरी ओर वे
किसको सुनाये जाके टूटे दिल का शोर वे
माही वे
इनेता सचियाँ ने
मंगदा नसीबां कुछ होर ऐ
हो माही वे मोहब्बतां सचियाँ ने
मंगदा नसीबां कुछ होर ऐ
क़िस्मत दे मारे असि की करिये
क़िस्मत दे मारे असि की करिये
क़िस्मत दे मारे हो असि की करिये
क़िस्मत ते किसदा ज़ोर है
माही वे माही वे
माही वे माही वे
माही वे
ओ माही वे
मंगदा नसीबां कुछ होर है