Aaj Phir Jeene Ki Tamanna Hai
SHAILENDRA, S D Burman
हो-ओ, काँटों से खींच के ये आँचल
तोड़ के बंधन, बाँधी पायल
ओ-ओ, कोई ना रोको दिल की
उड़ान को दिल वो चला
आ आ आ आ
कोई न रोको दिल की उड़ान को
दिल वो चला हां आ आ
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है
आज फिर जीने की तमन्ना है
आज फिर मरने का इरादा है