Kabhi Aana Na
कल यादें ये हम ताज़ा रखेंगे
किसी बोतल पुरानी में
और खोलेंगे इससे बस थोड़ा थोड़ा
खुशी या वीरानी में
और फोन करेंगे हम बस मैच के दिन
बहस करेंगे कैसा खेला सचिन
फिर बोलेंगे रखते हुए
कभी आना आना कभी आना आना
भाभी को लेके घर पे मेरे तू
कभी आना ना कभी आना आना
कहाँ गुम गया है भाई मेरे तू
कल हम कहेंगे दुख कल का
झूठे से ठहाको में
कल हम सुनेंगे शोर अपना
अपने ही सन्नाटो में
साथी होंगे dvds play stations
ढूंदेंगे life का री rewind button
और बोलेगा शीशा हमें
दिखा ना ना दिखा ना ना
हे उतना सा चेहरा दर पे मेरे तू
कभी आना आना कभी आना आना
दुखाता है दिल देख तुझे यूँ
क्योंकि अकेलापन है इस शहर का नया बुखार
हर नुक्कड़ गली बाज़ार पर कर रहा इंतज़ार
रोज चीखती हवाँ सब खबर ले जाए
और टीवी हटा
अगर गये ना होते साथ मरे ना होते
तो क्यूँ कहता तुझे यह हाल समझा
कभी आना आना कभी आना आना
भाभी को लेके घर पे मेरे तू
कभी आना आना कभी आना आना
कहाँ गुम गया है भाई मेरे तू
दिखा ना ना दिखा ना ना
हे उतना सा चेहरा दर पे मेरे तू
कभी आना आना कभी आना आना
दुखाता है दिल देख तुझे यूँ
कभी आना आना कभी आना आना
जब हर कोई देगा तुझे गाली
कभी आना ना कभी आना आना
जब चाहेंगे कोई हाथ बजाने को ताली