Soona Man Ka Aangan
सुना सुना मन का आँगन
ढूंढे पायल की वह छान छान
सुनी सुनी मन की सरगम
ढूंढे गीत तेरे हमदम
मन में श्याम हो या सवेरा
लागा तेरी ही यादो का डेरा
तूने बंधन क्यों यह तोडा
तूने काहे को मुँह मोड़ा
कहो ना कहो ना कहो ना
फूल फूल भवरा डोले मन में गुंजी तेरी याद
बाघ में पपीहा बोले पीहू पीहू पीयू कहा
आ आ आ
आ आ आ
कैसे काटे सुनि राते
कहो ना कहो ना
कैसे भूले बीती बाते
कहो ना कहो ना
कैसे थामें फिर तेरा दामन
कैसे मेहके मनका यह आँगन
कैसे भूले प्रीत तेरी साजन
कैसे बाँधे टुटा यह बंधन
मन में श्याम हो या सवेरा
लागा तेरी ही यादो का डेरा
तूने बंधन क्यों यह तोडा
तूने काहे को मुँह मोड़ा
कहो ना कहो ना कहो ना
फूल फूल भवरा डोले मन में गुंजी तेरी याद
बाघ में पपीहा बोले पीहू पीहू पीयू कहा
फूल फूल भवरा डोले मन में गुंजी तेरी याद
बाघ में पपीहा बोले पीहू पीहू पीयू कहा
फूल फूल भावरा डोले मन में गुंजी तेरी याद (फूल फूल भावरा डोले मन में गुंजी तेरी याद)
बाघ में पपीहा बोले पीहू पीहू पीयू कहा (बाघ में पपीहा बोले पीहू पीहू पीयू कहा)
कहो ना
हम्म हम्म हम्म हम्म
आ आ आ आ