Ae Mere Majboor Dil

Nashad, J Nakshab

ए मेरे मजबूर दिल
हो न बहुत बेकरार
यु न तड़प रात दिन
यु न मचल बार बार

ए मेरे मजबूर दिल
हो न बहुत बेकरार
यु न तड़प रात दिन
यु न मचल बार बार
ए मेरे मजबूर दिल

फिर वही दिन आएंगे
फिर वही दिन आएंगे
वो मेरे हो जाएंगे
वो मेरे हो जाएंगे
तुझको यकीं हो तो हो
मुझको नहीं ऐतबार
ए मेरे मजबूर दिल

ए मेरे मजबूर दिल
हो न बहुत बेकरार
यु न तड़प रात दिन
यु न मचल बार बार
ए मेरे मजबूर दिल

ज़िन्दगी बर्बाद हो
ज़िन्दगी बर्बाद हो
लब पे न फ़रियाद हो
लब पे न फ़रियाद हो
है तो यह मुश्किल
मगर जैसे भी गुजरे गुजर
ए मेरे मजबूर दिल

ए मेरे मजबूर दिल
हो न बहुत बेकरार
यु न तड़प रात दिन
यु न मचल बार बार
ए मेरे मजबूर दिल

चैन कहाँ पाएँगे
चैन कहाँ पाएँगे
तड़पे चले जाएंगे
तड़पे चले जाएंगे
दर्द पे काबू नहीं
उन पे नहीं इख्तियार
ए मेरे मजबूर दिल

ए मेरे मजबूर दिल
हो न बहुत बेकरार
यु न तड़प रात दिन
यु न मचल बार बार
ए मेरे मजबूर दिल

Trivia about the song Ae Mere Majboor Dil by शमशाद बेगम

Who composed the song “Ae Mere Majboor Dil” by शमशाद बेगम?
The song “Ae Mere Majboor Dil” by शमशाद बेगम was composed by Nashad, J Nakshab.

Most popular songs of शमशाद बेगम

Other artists of Traditional music