Is Dil Ki Lagi Samjha Na Koi

Shamshad Begum

इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है
बेकार के चर्चे होते है
बेबत की शोहरत होती है
इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है

एक राज है लाखों अफ़साने
एक राज है लाखों अफ़साने
कहते है सब अपने बेगाने
बेसमजे मुझे समझते है
बेहोट नसीहत होती है
इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है
इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है

जिस दिल की हो किस्मत गम सहना
जिस दिल की हो किस्मत गम सहना
अनमोल है वो दिल क्या कहना
जिस आँख से आँसू बहते है
उस आँख की कीमत होती है
इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है
इस दिल की लगी समझा ना कोई
बर्बाद मोहब्बत होती है
बेकार के चर्चे होते है
बेबत की शोहरत होती है

Trivia about the song Is Dil Ki Lagi Samjha Na Koi by शमशाद बेगम

Who composed the song “Is Dil Ki Lagi Samjha Na Koi” by शमशाद बेगम?
The song “Is Dil Ki Lagi Samjha Na Koi” by शमशाद बेगम was composed by Shamshad Begum.

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