Jao Sidharo He Radha Ke Shyam

Majrooh Sultanpuri, Anil Biswas, Jan Nishar Akhtar

आ आ आ
आ आ आ

जाओ सिधारो
जाओ सिधारो
हे राधा के श्याम

हे राधा के श्याम

लाज तुम्हारे हाथ है देखो
प्रीत न हो बदनाम

प्रीत न हो बदनाम

आज से तेरी राह तकूँगी
आस का दामन थाम

हे राधा के श्याम

भूल न जाना
कोई सिधारा
लेके तुम्हारा नाम

प्रीत न हो बदनाम
प्रीत न हो बदनाम
प्रीत न हो बदनाम

का है मेरी जान
जिगर किसका है
दिल किसका है मेरी
जान जिगर किसका है

आओ मिलकर जवानी
की लुटे बहार
आओ मिलकर जवानी
की लुटे बहार
तेरी बांहे गले में
है फूलो का हार
तेरी बांहे
तेरी बांहे गले में
है फूलो का हार
आओ मिलकर जवानी(आओ मिलकर जवानी की)
की लुटे बहार(की लुटे बहार)
आओ मिलकर जवानी की(आओ मिलकर जवानी की)

मुझको उलफत के फ़रेबो
में बहुत कुछ जकडा
मुझको उलफत के फ़रेबो
में बहुत कुछ जकडा
मैंने दुनिया को झटक कर
तेरा दामन पकड़ा
मैंने दुनिया को झटक कर
तेरा दामन पकड़ा

अब तो रस्ते में अपने नहीं
कोई कहर
अब तो रास्ते में
होय अब तो रास्ते में(होय अब तो रास्ते में)
अपने नहीं कोई कहर(अपने नहीं कोई कहर)
आओ मिलकर जवानी की लुटे बहार(आओ मिलकर जवानी की लुटे बहार)
आओ मिलकर जवानी की लुटे बहार(आओ मिलकर जवानी की लुटे बहार)
आओ मिलकर जवानी की(आओ मिलकर जवानी की)

इधर तो देख मेरी
जान कौन आया है
ये कौन चाँद
सितारे समेट लाया है

अब तो कर ले प्यार सजनिया
अब तो कर ले प्यार रे
अब तो कर ले प्यार सजनिया
अब तो कर ले प्यार रे

सूरज जैसा लाया
टीका चाँद भी जिसके आगे
फीका सूरज जैसा लाया
टीका चाँद भी जिसके आगे फीका
तेरे गले को लाया प्यारी
जगमग जगमग हार रे
तेरे गले को लाया प्यारी
जगमग जगमग हार रे
अब तो कर ले प्यार सजनिया
अब तो कर ले प्यार रे
अब तो कर ले प्यार सजनिया
दिल में तड़प रहे है जो
अरमान निकाल दे
मेरे गले में दौड
के बांहे तो डाल दे

अब ये बांहे नहीं बेकल
तेरी गरदन के लिए
हाथ भी अब न
बढ़ाना मेरे दामन के लिए
मिल गया मेरे गुलिस्ताँ
को सजाने वाला
मिल गया मेरे गुलिस्ताँ
को सजाने वाला
लालो गौहर मेरे
कदमों पे लुटाने वाला
लालो गौहर मेरे
कदमों पे लुटाने वाला
तेरा-मेरा नाता क्या है
मेरा उसका प्यार रे
मेरा उसका प्यार रे
मेरा उसका प्यार

अपने पहलूँ में
समझता था
के दिल रखती है तू

के दिल रखती है तू

दिल नहीं सीने में एक पत्थर
की सिल रखती है तू

पत्थर की सिल रखती है तू

मकर की पुतली वफ़ा के
नाम की दुश्मन है तू

दुश्मन है तू

दस के मेरे दिल को जो
पलती है वो नागण है तू

नागण है तू नागण है तू नागण है तू

अपनी इज़्ज़त अपनी वक़त
अपनी गैरत बेच दी

गैरत बेच दी बेच दी

तूने दौलत के लिए
अपनी मोहब्बत बेच दी

मोहब्बत बेच दी

मोहब्बत बेच दी

मोहब्बत बेच दी

मोहब्बत बेच दी

Trivia about the song Jao Sidharo He Radha Ke Shyam by शमशाद बेगम

Who composed the song “Jao Sidharo He Radha Ke Shyam” by शमशाद बेगम?
The song “Jao Sidharo He Radha Ke Shyam” by शमशाद बेगम was composed by Majrooh Sultanpuri, Anil Biswas, Jan Nishar Akhtar.

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