Samandar Sharaab

HARSHIT SHRIVASTAVA, JAY KIRIT TANNA

मुझे बाहों में तेरी होश ना था
ज़रा बेज़ूबा था मैं खामोश ना था
तिनका तिनका सहारा छोड़ के दिल
तिनका तिनका सहारा छोड़ के दिल
जान कर डूबा तेरा दोष ना था
इश्क़ झूठा, आ आ आ
इश्क़ झूठा सही बेहिसाब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
ओह मेरी हालत सनम तुम खराब करदो
मेरी हालत सनम तुम खराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो

यही सोच फिर तुमने वादा किया था
हा आ आ आ आ आ आ
यही सोच फिर तुमने वादा किया था
के मुझको खबर थी के आधा किया था
वही बात फिर पूछता हूँ के मुझसे
कभी प्यार क्या खुदसे ज़्यादा किया था
इस बेवफा, आ आ आ
इस बेवफा हक़ीक़त को ख्वाब करदो
इस बेवफा हक़ीक़त को ख्वाब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
ओह मेरी हालत सनम तुम खराब करदो
मेरी हालत सनम तुम खराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो
फिर सारे समंदर शराब करदो

Trivia about the song Samandar Sharaab by Madhur Sharma

Who composed the song “Samandar Sharaab” by Madhur Sharma?
The song “Samandar Sharaab” by Madhur Sharma was composed by HARSHIT SHRIVASTAVA, JAY KIRIT TANNA.

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