Oo Re Parindey

Sajeev Sarathie

आवन झावन केह गयो
और दे गयो कॉल अनेक
गिनती गिनती घिस गयी

म्हारी आंगणिया री रेत

ढूढ़ता फिरू में
खोजता फिरूं मैं
शेरो शाम तेरा पता
कितनी गर्दिशें और हैं लिखी
जो दिखे तेरा नक़्शे पा

आज हवा
बेह निकली है, झूमके
आज घटा
फिर बरसी है, टूट के
तू भी हटा
अब ये कफ़स की बेड़ियाँ
पंख फैला
तेरा घर तो है आसमान

ओ रे परिंदे
तोड़ के फंदे, उड़ जा उड़ जा
छोड़ के डेरा ग़म का बसेरा
उड़ जा उड़ जा…

पेहले तो नहीं थी धुप ऐसी गुनगुनी
पेहले तो नहीं थी रात ऐसी चांदनी
पेहली बार दिल ने सुनी धुन ये अनसुनी
पहली बार छलकी ख़ुशी में
आँखें सावनी

ओ रे परिंदे
तोड़ के फंदे, उड़ जा उड़ जा
छोड़ के डेरा ग़म का बसेरा
उड़ जा उड़ जा…

आवन झावन केह गयो
और दे गयो कॉल अनेक
गिनती गिनती घिस गयी
म्हारी आंगणिया री रेत

नदियां हूँ मैं मुझको तो है
सागर की लगन
अपने पी की बाँहों में
सिमटने की लगन
कब तक मुश्किलों के
भंवर रोकेगी लगन
अब तो मंज़िलों पे ही दम
लेगी ये लगन…

ओ रे परिंदे
तोड़ के फंदे, उड़ जा उड़ जा
छोड़ के डेरा ग़म का बसेरा
उड़ जा उड़ जा
ओ रे परिंदे
तोड़ के फंदे, उड़ जा उड़ जा
छोड़ के डेरा ग़म का बसेरा
उड़ जा उड़ जा

Trivia about the song Oo Re Parindey by Salman Ali

Who composed the song “Oo Re Parindey” by Salman Ali?
The song “Oo Re Parindey” by Salman Ali was composed by Sajeev Sarathie.

Most popular songs of Salman Ali

Other artists of Film score