Aakhen Khul Jati

Nusrat Badr, Talat Aziz

आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है
ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है

ज़ार्ड पड़ते हैं नही घाम के हारे यह पत्ते
ज़ार्ड पड़ते हैं नही घाम के हारे यह पत्ते
जितना बढ़ता है मेरा दर्द निखार जाता है
जितना बढ़ता है मेरा दर्द निखार जाता है
ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है

मेरी आँखो से निकल कर मेरा हर एक आँसू
मेरी आँखो से निकल कर मेरा हर एक आँसू
तेरी पॅल्को पे जो गिरता है सॉवॅर जाता है
तेरी पॅल्को पे जो गिरता है सॉवॅर जाता है
ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है

तू अचानक से कभी सामने आ जाता है
तू अचानक से कभी सामने आ जाता है
साँसे रुक जाती है और दिल भी ठहर जाता है
साँसे रुक जाती है और दिल भी ठहर जाता है
ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है
आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है

Trivia about the song Aakhen Khul Jati by Talat Aziz

When was the song “Aakhen Khul Jati” released by Talat Aziz?
The song Aakhen Khul Jati was released in 2008, on the album “Khushnuma”.
Who composed the song “Aakhen Khul Jati” by Talat Aziz?
The song “Aakhen Khul Jati” by Talat Aziz was composed by Nusrat Badr, Talat Aziz.

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