Tujhe Bhoolna Toh Chaaha
जब तेरे करीब थे कितने खुशनसीब थे
रातें सब चरागों वाली सारे दिन ही ईद थे
चाहतें थी चाँद पर दूरियों की क्या फिकर
जैसे लब्ज़ और बातें ऐसे नज़दीक थे
तेरी जुदाईयोँ में बरसे वो नैना भी
सागर से मिलके जिन को रुला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
जितना भूला ना चाहा, जितना भूला ना चाहा
तुम उतना याद आये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
औ औ औ औ औ औ औ
औ औ औ औ औ औ औ
जिस रात आँखे सोये सकून से
वो रात आती क्यूँ नहीं
जिस रात आँखे सोये सकून से
वो रात आती क्यूँ नहीं
पिछले वर्ष तू बाहों से जा चुकी
तो दिल से जाती क्यूँ नहीं
हाँ क्यूँ तेरी यादों को अब तक संभाला है
तस्वीर तेरी हम क्यूँ जला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
जितना भूला ना चाहा, जितना भूला ना चाहा
तुम उतना याद आये
तुझे भूलना तो चाहा
हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो
बुझने लगा है दिल ख़्वाबों में कैसे ये
बैरन हवाएं मैं करूँ ओ
अब किस के आगे मैं खोलू हथेली ये
किस से दुआएं मैं करूँ
कोई खुदा है तो, मजबूर हैं क्यूँ वो
बिछड़े दिलों को वो क्यूँ मिलाना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये
तुझे भूलना तो चाहा लेकिन भूला ना पाये